Truth Of Life Quotes To Know Real Meaning Of Life–Motivational In Hinglish

हर किसी के जीवन में अच्छा बुरा कुछ ना कुछ घटित होता ही रहता है मैने कुछ कड़वे सच उजागर किया है इसमें ना किसी को भी कुछ उद्देश्य है कहने का मेरी ये साफ सुथरी प्रस्तुति है जो कि मैं आशा करती हूं आप लोगों को जरुर पसंद आयेगी।🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

Best Life Motivational Quotes In Hinglish जिंदगी बदलने वाले सुविचार

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Shanidev Ko Kaise Kare Khush शनिदेव से डरे नहीं, अपने कर्म सुधारे In Very Simple Easy Ways

यदि आपके ज्योतिष गणना के अनुसार शनि की साढ़ेसाती है तो भी उसमे डरने या घबराने जैसा कुछ भी नहीं है। ये दौर हर के जीवन में एक बार तो आता ही है। शनि की साढ़ेसाती कितने वर्ष की हैं ।

आपको क्या भोगना पड़ रहा है ये बात जरूरी नहीं है बल्कि ये बात जरूरी है कि आप के अंदर कितनी purity हैं आप बाहर से जैसे दिखाई देते है वैसे ही आप अंतर्मन से भी वैसे हैं क्या? Means Nature of Transparency!

दान पुण्य कर्म करने का और दूसरो को मदद करने का दिखावा, ढोंग तो नही रच रहे हो? क्या आपने किसी से भी हेराफेरी करके किसी को किसी तरह से तो नहीं लूटा? किसीको छला या सताया तो नहीं?

आपने किसी की बददुआ तो नहीं ली है? ये सब बातें मायने रखती हैं आप ने ये सब किया है या नहीं किया है पहले स्वयं को अवलोकित करिए फिर खुद ही जान जाओगे कि आप शनि देव आपको दंडित करेंगे या नहीं करेंगे?

नीचे जो भी जानकारी दे रही हूं यह मेरी खुद की अवलोकीत अवधारणा है जो मैने अपने जीवन में अनुभव किए वही साझा किया है इसका ज्योतिष गणना या किसी और से कोई लेना देना नहीं है।🙏🙏

ॐ शनिदेव नमः

शनि की साढ़ेसाती को जीवन की एक परीक्षा की तरह मानिए और जिस तरह परीक्षा में कठिन प्रश्न के उत्तर के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती हैं अच्छे नंबर के लिए वैसे ही इसे जीवन की कठिन परीक्षा की तरह खुदको mentally physically prepared कीजिए और इसे सरलता और सुगमता से पार कर लेंगे।

यहां शनीदव आपके परीक्षक है आप एक average student हो और परीक्षा केंद्र ये दुनियां। दुनियां के इसी रंगमंच पर आपके शिक्षक यानी शनीदेव अच्छी तरह से जानते है आप किन किन विषय में कमजोर हो उसपर वह आपकी कठिन परीक्षा ले सकते है। परीक्षा आपका जीवन में होने वाली घटनाएं और आप उन घटनाओं को जितना ईमानदारी से face करेंगे उतना ही आपको पीड़ाओ से होने वाले दर्द का एहसास कम हो सकता हैं।

यदि आप परीक्षा में नक़ल करते हैं यानी आपके जीवन में आप और बुरे कर्म करते जा रहे हैं तो आपको परीक्षा देना और कठिन महसूस हो सकता हैं। यानी आपके लिए और दंड भोगने पड़ेंगे जीवन में और भी मुश्किल समय और कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता हैं।

तो यहां रही बात साढ़ेसाती के आखरी चरण की यदि आपने सचाई से ईमानदारी से परीक्षा दी है तो शनिदेवता जो परीक्षक है वह आपको ढेर आपके जीवन को ढेर सारे ज्ञान से भर देंगे। परीक्षक शनिदेवता आपको पास कर देंगे यानी आपके जीवन में सकारात्मक घटनाएं हर्ष उल्लास, खुशियां और सफलताओं से भर देंगे।

मेरे लिए तो बहुत ही सीधा सरल और सच्चा ग्रह है यदि यह ग्रह ना हो तो दुनिया में तो पाप का तो अंबार लग सकता है और पापियों की तो फिर चांदी ही चांदी।

क्यों मैने सच कहा या नहीं? या हम मनुष्य को realize भी कैसे हो कि क्या सही क्या गलत इसलिए ईश्वर की रचना जो भी हुई है वह हम मनुष्य के हित के लिए ही घटित हुई है।

पर जब शनिदेव के लिए लोग बिना सोचे समझे कुछ भी कहते है तो बड़ा असमंजस सा लगता है। ऐसे लोग जो खुद की खामियों को तो समझते नहीं और खुद के बुरे वक्त का रोना शनि की साढ़ेसाती से जोड़ देते हैं।

सुनकर भी बड़ी असुविधा होती हैं ठीक है माना कि शनिदेव एक सख्त गुरु है। वे आपको किसी भी तरह की short cut लेने की अनुमति नहीं देते हैं।

यही कारण है कि जब भी आप शनिदेव की महादशा में प्रवेश करते हैं तो आपकी सख्ती से परीक्षा शुरू हो जाती हैं। इसमें से गुजरने वाले व्यक्ति को शनि की साढ़ेसाती का रोना रोने से बेहतर है खुद की search history निकाले खुद के कर्मों की कह रही हूं मैं! खुद की गलतियों को सुधारने की कोशिश में लग जाए साथ ही बुरी आदतों को त्याग कर अच्छी आदतों को अपनाया जाए।

मान लो कोई सख्त टीचर हैं वह student की गलतियों को सुधारकर उसे सही रास्ते पर लाए साथ उसकी छिपी हुई खूबियों को तराशकर बाहर निकाल दे।

उसे एक अच्छा और सच्चा इंसान बना दे और उसका सम्पूर्ण जीवन बदलकर उसके जीवन को खुशियों से भर दे तो इसमें बुराई क्या है। यही तो करते शनिदेव शनि की साढ़ेसाती में कोयले को तराशकर हीरा बना देते है।

इसीलिए शनिदेव की कृपा को आभार मानते हुए ॐ शनिदेव नमः का हमेशा ध्यान कीजिए।

शनिदेव न्याय

शनिदेव हमे हर विकल्प देते है यह हम पर निर्भर है हम कौनसा चूने और हम जो चुनते है । जिन्हे आदत बनाकर जीवन में रूपांतरित कर लेते है जीवन की दिनचर्या में शामिल कर लेते है यही कर्म कहलाते है। कहने का तात्पर्य यही है कि कर्मकर्ता हम है तो भोगना भी कर्मकर्ता को ही है। आइए जानते हैं ऐसे कौनसे आदतें है ।

  1. आप पर जो आश्रित हैं छोटे मोटे कार्य करके या जो आपकी सेवा करते है । जो आपकी दी हुई पगार पर आश्रित हैं जैसे इस्त्री वाले, गाड़ी धोने वाले, घर का काम करने वाली महरी, नौकर इत्यादी को महीने की एक तारीख या समय पर पगार दे दीजिए। वे आपसे बार बार पगार मांगते रहे और आप उनको टालमटोल करते रहे ऐसा मत करिए। कोई दूसरा भी ऐसा ही आपके साथ कर सक्ता है because Karma’s return, शनिदेव को भी अप्रिय है ऐसे लोग जो जरूरतमंदों को सताते हैं।
  2. कई लोगों की आदत होती हैं चलते फिरते कही भी थूकने की कभी सीढ़ियों पर, कभी सड़को पर, खिड़की के बाहर कभी भी किधर भी थूकते रहेंगे। कई ladies की तो यह भी आदत होती हैं किचन के सिंक में बर्तन पड़े रहेंगे तो बर्तनों पर भी थूक देती हैं । शालीनता से washbasin में थुकिए। ऐसे लोगों पर भी शनिदेव अप्रसन्न हो सकते हैं।
  3. जो लोगों को सफाई में रहना पसंद नही जिन्हे खुदके शरीर को साफ रखने में भी आलस आता हो। जिनके मूंह से और शरीर से गंदी बदबू आती हो । घर में गंदे कपड़ो का जमावडा हो, बिखरा हुआ सामान, घर में और घर के बाथरूम भी गंदे पड़े हो । खुद भी मैले कपड़े पहनने के आदि हो ऐसे लोगों से भी शनिदेव अप्रसन्न हो सकते है।

शनिदेव को प्रसन्न करने के उपाय

  1. यदि आप का व्यवहार हर एक के साथ विनम्र और कृतज्ञ है किसी से भी कटाक्ष या व्यंग्य से नहीं कहते हो।
  2. यदि बिना कोई लालसा के नेक इरादो के साथ शनिदेव की आराधना एवम दूसरे लोगों की निस्वार्थ सहायता करते हो तो।
  3. वृद्धाश्रम या कुष्ट्रोगियो की सेवा केवल शनि की साढ़ेसाती में ही नहीं बल्कि हमेशा से निस्वार्थ भावना से करते आ रहे हो तो।
  4. यदि गरीबों, भूको को , खाना कपड़ा जैसे जरूरत की चीजे बांटने की यदि आपकी पहले से ही प्रवृत्ति हो तो वह भी बिना शोरशराबे दिखावे के।
  5. नंगे पैर चलने वाले लोगों को चप्पल खरीदकर पहनने देने की सहायता कर उनकी होनेवाली असुविधा मे सहायता करते हो तो।
  6. गरीब जरूरत मंद को खाने का तेल खरीदकर दीजिए क्योंकि ये गरीब जब इसमें खाना पकाकर खायेंगे तो जो positivity create होगी वह आपको मिल सकती हैं।

Conclusion

Shanidev Ko kaise kare Khush शनिदेव से डरे नहीं, अपने कर्म सुधारे में सटीक जानकारी दी गई है ये सब करते हुए , ये भी ध्यान रखिए कि कभी भी दान धर्म का कार्य करते है वह सिर्फ ईश्वर और आपके बीच में ही ये बात रहनी चाहिए आप prapoganda करके कितना भी दान कीजिए उसका पुण्य फल कभी प्राप्त नहीं हो सकता है।

Satya Vachan In Hindi जीवन के कटु सत्य वचन , कड़वी मगर सच्ची बातें Bitter But True Things

झूठा दिखावा दिखाने वालों का सत्य जानिए

बाहर दुनिया के सामने खुदको sophesticated दयालु, मददगार दिखाने वाले झूठे मक्कार लोगों का सच जानिए। जो घरवालों को तो तिरस्कृत और अपमानित करते रहेंगे। बाहर दूसरों के सामने शालीनता का ढोंग रचेंगे।

रहेंगे तो परिवारवालों के सामने खाली जेब है पैसे ना होने का दिखावा और बाहरवालों के सामने खुदकी पूरी तिजोरी खोलकर लूटा देंगे क्यों है न यह सत्य ऐसे कई मूर्ख लोग हैं दुनियां में जिन्हे खुदकी तारीफ सुनने की लोगो से वाहवाही लूटने की प्रबल इच्छा क्या? प्रबल भूख कहिए ।

भले ही इनकी कोई मूंह पर चाहे झूठी ही तारीफ कर दे अरे जनाब ये तो झूठी दिखावटी में ही इंका दिल मानो बाग बाग हों जाता हैं। ये तो इनकी तरह ही दूसरे लोग इनकी दिखावटी तारीफे क्या करते हैं अरे जनाब क्या कहे ये तो मानो हवा में ही उड़ने लगते हैं।

पर ऐसे मूर्ख लोगों को यह तो बिल्कुल समझ ही नहीं कि इनके घर के लोग जो हैं ये चाहे कैसे भी भद्र व्यवहार करे उनके साथ कभी तकलीफ और परेशानी में ये ही घर के जो इनके अपने हैं वही काम आयेगे बाकी लोगों पर इन्होंने समय और धन की बरबादी की हैं वे कोई काम नही आयेंगे।

पर ऐसे मूर्ख लोग ना किसकी सुनते हैं ना मानते, अपनी ही जिद चलाते हैं। ऐसे लोग खुदतो दुनिया पर लूटा कर डूबते तो हैं साथ में परिवार को भी ले डूबते। ऐसे ही ऐसे लोग की कड़वा सत्य वीडियो मे है जरूर देखें।

मानसिक रूप से कैसे मजबूत बने

कई लोगो की आदत होती हैं उन्हें जरा सी भी परेशानी आती हैं तो घबरा जाते उस परिस्थिति से दूर भागने की कोशिश करेंगे। या आपको लग रहा है कि इस situation से खुदको बाहर नहीं खीच पा रहे है।

एक बार तो भी किसी की advice ले किसी से discuss कर ले हो सकता है कुछ solution मिल जाए। पर एक बात का ध्यान रखें ये मूर्खता ना करे कि किसी नासमझ अविश्वासी व्यक्ति से आप आपकी परेशानी कह दे।

जो खुद ना समझ मूर्ख है वह क्या आपको सलाह दे सकता? या ऐसे अविश्वासी से भी ना कह दे कि वह आपके दिल के सारे भेद और राज जान ले और बाद में आपको पता चले कि जनाब ने सारी दुनिया में आपके राज को राज ना रखकर prapoganda कर दिया।

आपको कही का नही रख छोड़ा। इसलिए जो भी फैसला करे खुदके हित में करे या ऐसी मूर्खता से बेहतर है आत्मविश्वास को मजबूत कर खुदको मानसिक रूप में तैयार करके खुद का रास्ता खुद ही निकाल।

पर आत्महत्या या खुदको hurt करके परेशानी में परेशानी के गर्द में खुदको ना धकेले। मनुष्य जीवन अनमोल है हिम्मत से जिए और डट कर खड़े रहे हर मुसीबत और जिंदगी के हर फैसले पर। Video जरूर देखे और भी विशेष जानकारी है आपके लिए।

अन्न की बर्बादी ना बन जाए आपके जीवन की बरबादी

कई लोगों को आदत होती जितनी जरूरत है उससे भी अधिक खाना बना देना । अब घर में जितने लोग हैं उनकी जितनी भूख हैं या diet वे तो उतना ही खायेंगे जब आपने already पहले से ही जरूरत से ज्यादा खाना बना लिया तो वह तो बचेगा ही अब जायेगा कहा?

अरे है ना अपना बेचारा नहीं समझे अरे कचरे का डिब्बा अब फेंको उसी मे। ऐसा कई घरों मे होता रहता है। पर सोचिए जो खाना कचरे की भेंट चढ़ा रहे हैं वही हमारे भारत में ही कई लोग बेचारे भूखे हैं एक अन्न के दाने को तरसते हैं बेचारे।

हमारी किस्मत अच्छी है हमारे उपर ईश्वर की कृपा है जनाब जो हमे पेट भर खाना नसीब हुआ है। बाहर रास्ते पर इधर उधर कई बार सड़क पर रोटियां पड़ी हुई अनाज बिखरा हुआ आपने भी देखा होंगा।

सोचिए हमे पेट भरकर हम सुखी है पर हमे खुदकी भी कद्र नहीं देखिए रात दिन मेहनत करके पैसे कमाए फिर उसी पैसे अनाज भरा फिर क्या ? ज्यादा बन गया तो फेंक दिया ohhhhh अब? फेक क्यों रहे हो दे दो किसी जरूरतमंद भूखे को वह खा लेंगे बेचारे।

Mantra Siddhi मंत्र सिद्ध होते ही प्रकट होने लगते है ये लक्षण

कोई भी मंत्र आपकी इच्छा अनुसार चुनाव करने के बाद सबसे पहले मंत्र जप शुरू करने से पहले मन ही मन ये संकल्प जरूर करे साथ ही ईश्वर से प्रार्थना करें कि इस मंत्र सिद्धि से जो भी शक्ति प्राप्त होगी वह किसी के भी अहित के लिए उपयोग बिलकुल नहीं करेंगे चाहे वो कोई दुश्मन ही क्यों ना हो।

मंत्र से जो ऊर्जा शक्ति positivity प्राप्त होगी वह स्वयं एवम दूसरो की भलाई के कार्य में मानव कल्याण के उद्देश्य से उपयोग करेंगे। किसी स्वार्थ वश उपयोग हेतु कदापि न करने से ये शक्ति या positive energy का संचार होगा वह विस्तृत होकर बढ़ता ही जाता हैं।

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मंत्र के पावर बढ़ने के साथ आप देखेंगे कि जीवन में एक एक चमत्कार होते जा रहे हैं। कई वर्षो से आपकी कोई इच्छा रुके हुए काम सब आसानी से होते जा हैं। आंतरिक और बाह्य शांति की प्राप्ति के साथ मुख पर संतुष्टि ओजस और तेज हर किसी को दिखाई पड़ सकता है।

आभा मंडल या aura का विस्तार होने से आध्यात्मिक मार्ग पर भी स्थाई रूप से प्रशस्ति का मार्ग मिल सकता है।

मंत्र जप

मंत्र सिद्ध होने के बाद क्या होता है

  1. मंत्र विज्ञान एक अनूठा रहस्य है चूंकि यह भी एक विज्ञान है मंत्रो को पारलौकिक शक्तियों, सिद्धियो से, कुण्डलिनी, नकारात्मक ऊर्जा से जोड़कर देखा जाता रहा है। ऐसी ही विचित्र चर्चाओं के कारण मंत्र सिद्ध होने पर क्या होता है? ये विषय एक रहस्यात्मक मोड पर आकर रुक जाता है। इंसानी दिमाग का भी क्या कहने लोगों को मंत्रो की ऊर्जा के पीछे छीपा चमत्कार, उत्सुकता, डर, उत्साह , भविष्य की जानकारी में दिलचस्पी, जैसे विचारों का आवागमन शुरू होने लगता है।
  2. यदि आपसे तकनीकी तौर पर एक बात मैं आपसे सच में कहूं तो मंत्रो के प्रत्येक अक्षर से निकलने वाली ऊर्जा जब इन ग्रंथियों के चक्र से टकराती हैं तो एक स्पंदन vibration शुरू हो जाता है। यही स्पंदन चक्रों से टकरा टकरा कर इन चक्रों और ग्रंथियों को ध्वस्त कर देता है। इन सुषुप्त शक्तियां के स्थानों को और ऊर्जा को सक्रिय कर देती हैं। हर चक्र की अपनी एक अलग ही ऊर्जा शक्ति और महत्वपूर्ण आवरण होता है। जैसा जिस साधक की श्रद्धा विश्वास एवम मंत्र उच्चारण की सीमा समय के अनुसार चक्र जागृत होने लगते हैं। यदि साधक सात्विक और divine Mantra जप करते है तो इससे सूक्ष्म इंद्रिय, glands active होने के कारण इनके गुणों और स्वरूप के अनुसार ऊर्जा पूरी शरीर में स्त्रावित होने लगती हैं।
  3. हमारे शरीर के भीतर बार बार मंत्र जपने से चक्र और ग्रंथियों active होने की universe की इस अद्भुत शक्ति जो मनुष्य को जन्म से कुदरत ने बहुत ही कीमती उपहार दिया है। ऋषि मुनि ने इस असीम कुदरती अद्भुत क्षमता को पहचानकर ही उसके अनुसार ही शब्दों द्वारा रचित मंत्रो का निर्माण किया है। अध्यात्म ऐसा परिपक्व पथ है जिसमे हर action के साथ reaction आएगा ही, यह इस बात पर depend करता है कि किस तरीके से, किस उद्देश्य से मंत्र को जपा गया है। सात्विक या असात्विक जिसने जो तरीका अपनाया उसने वैसा ही परिणाम पाया। मेरे कहने का तात्पर्य यही है कि कुछ भी खाली हाथ नहीं जाता , मकसद पूरा होगा ही अध्यात्म द्वारा कभी किसी साधक की झोली खाली नहीं रहती।
  4. सभी साधक को अलग अलग अनुभव भी हो सकते हैं । मंत्र सिद्ध होने मे भी हर साधक को अलग अलग समय भी लग सकता है। मंत्र इतने समय में या इतने ही मंत्र जप द्वारा मंत्र सिद्ध हो सकता है ऐसा कोई किसी के लिए भी निश्चित मापदंड नहीं है। आजकल video या social media के माध्यम से लोगों को भ्रमित किया जा रहा है। इतने मंत्र जप करें तो सिद्ध हो सकता है चमत्कार होगा ऐसा हर एक साथ हो जरूरी नहीं है। ये भी जरूरी नहीं कि बहुत ज्यादा मंत्र जपने से मंत्र सिद्ध हो कभी कभी कोई साधक की चेतना जागृत हो और पूर्व जन्म में किए गए जप से already सिद्धि मिली हो तो ऐसे साधक को तुरंत ही शुभ परिणाम दिखाई दे सकते है।
  5. जहा तक यदि आप मंत्र सिद्धि से अनुभव की बात करेंगे तो हर साधक को अलग अलग अनुभव हों सकते हैं। वैसे यदि शुद्ध मन, शुद्ध विचारो के साथ और उचित उद्देश्य हेतु मंत्र जप किया जाए तो कुछ दिनों में ही छोटे मोटे अनुभव तो होने ही लगते हैं जहा तक मैने खुद अनुभव किया है। ईश्वर के साथ आत्मीयता में साधक की पात्रता और शारीरिक सुंदरता तो नही पर स्वच्छता भी इसमें मायने रखती है। आपके अंदर ईर्ष्याभाव वैमनस्य लालसा ना हो।
  6. मंत्र जपते जपते भी और मंत्र सिद्ध होने के बाद भी आपके भीतर असीम शांति और सुकून का अनुभव आप कर सकते हैं। अच्छा मैं एक बहुत अच्छी बात बताती हूं जो शायद आप खुद भी आपके जीवन में शायद समझ नहीं पाए होंगे मंत्र जपने से जो ऊर्जा निर्माण होती है । उससे हमारे aura या आभामंडल का दायरा काफी विस्तृत हो जाता है तो इस positivity के कारण जो लोग आपसे ऊपरी तौर पर दिखावे का रिश्ता रख रहे हैं आपसे बहुत अच्छा व्यवहार मीठा बोलकर दिखावा करते हैं और अंदर ही अंदर आपसे ईर्ष्या भाव रखते हैं। मन ही मन आपसे हीन भावना घृणा करते और आपका सदैव अहित चाहने वालों को ये ऊर्जा शक्ति से ऐसे लोग अपने आप ही कोई ना कोई कारण से अपनेआप ही आपसे disconnect होकर हमेशा के लिए दूर चले जा सकते है। साथ ही मजेदार बात ये भी हो सकती हैं कि जो लोग आपका अच्छा चाहते आपको आपके जीवन में या आध्यात्मिक राह पर आगे बढ़ते हुए देखना चाहते ऐसे लोग आपसे हमेशा connected रहे। कभी कभी positivity से अनजाने और अजनबी लोग भी हमसे जुड़ जाते है जीवन में हमारे उद्देश्य पूर्ण करने हेतु।

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मंत्र उच्चारण करते करते जब अच्छे से याद हो जाता हैं तो यह एक संगीत की तरह एक लय में मन ही मन अपनेआप चलने लगता हैं। जिसे हम अपने आंतरिक मन में एक rhythum की तरह गुनगुनाने लगते है।

ऐसे अवस्था में मंत्र से संबंधित शक्तियां बहुतायत से उत्पन्न होने लगती हैं। हमारे बर्ताव व्यवहार में बदलाव आने लगता है। नवजीवन नवीन उर्जा से ओतप्रोत होने के कारण शक्ति स्फूर्ती का आभास होने लगता है।

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मंत्र सिद्ध होने के लक्षण क्या हैं?

मंत्र उच्चारण सुनने मात्र से आत्मा में शांति रोमांच की अनुभूति के साथ मन और विचार निर्मल कोमल शुद्ध होने लगते है।

  1. Face reading and aura reading आने लगती हैं।
  2. किसी भी व्यक्ति के मन की भावना को और intension का आसानी से पता चल सकता है।
  3. Body का energy level high होने से फुर्ती से हर काम निपटा सकते हैं।
  4. कहीं भी किधर भी जाए हर जगह पर साधक की positivity से सहज ही हर कोई आकर्षित भी होता है और खींच कर चला भी आता है।
  5. कठिन से कठिन कार्य में साधक ना विचलित हो सकता ना घबराता है सुगमतापूर्वक हर कठिनाई पार कर जाता है।
  6. कोई भी अनहोनी दुर्घटना का आभास साधक को होने से पूर्व ही पता चलने से सतर्कता बरतते हुए दुर्घटना को टाला भी जा सकता है।
  7. साधक के जीवन में चाहे सुख आए या दुःख साधक मंत्र जप से साधना करते हुए स्वयं को हर हालात में balance करना सीख जाता है।
  8. आप दूसरो का भविष्य भी बता सकते हैं, दूसरो को कोई दुख परेशानी हो तो उसे solutions भी बता सकते हैं इस तरह आप लोगों का मार्गदर्शन कर उनके दुखो को दूर कर सकते है । जैसा मुझे अनुभव हुआ और मैं जैसे मदद करती हूं वहीं सच मैं आपसे share कर रही हूं।
  9. आपके शरीर में कोई रोग विद्यमान पहले से है वह शनै: शनै: मिट भी सकता है और ये भी संभावना है कि आपको कोई रोग हो ही नहीं।
  10. जीवन में किसी बात पर बहुत समय से सफलता के लिए इंतजार करते आ रहे थे हो सकता है सफलता के अवसर प्राप्त होंगे।
  11. बोलने चालने के तरीके में बदलाव आने के साथ वाणी में माधुर्य , शालीनता और प्रभावशाली आ सकती हैं।
  12. पूर्व जन्म में और इस जन्म में किए गए जाने अंजाने पाप कर्म मिट सकते है। Presently किस तरह से balance रहकर कर्मो के बोझ का ना बढ़ाए इसका आत्मिक ज्ञान की प्राप्ति हो सकती हैं।
  13. यदि nonveg खाने की आदत हो तो हो सकता हैं आप को veg खाना ही पसंद आए और आप nonveg खाना हमेशा के लिए छोड़ सकते है।
  14. शराब, सट्टा जुआ, ताश खेलने के अवगुण हो तो हो सकता हैं आपको खुदको ही घृणा महसूस हो सकती हैं और आप स्वयं ही सब छोड़ दें।
  15. मंत्र जप चाहे आप वह एक जगह बैठकर कर रहे हैं या कुछ कार्य करते हुए भी अंतर्मन में जप चल रहा हो तो भी एक शीतलता का अनुभव हो सकता है।
  16. किसी के साथ भद्र व्यवहार, भद्र शब्दो को इस्तेमाल करने या किसी का भी तिरस्कार या अपमानित करने का मन आपका कदापि नहीं करेगा।
  17. जो चीज खाने से आपको कोई रोग हो सकता हैं या हानि पहुंच सकती हैं शरीर को ऐसी वस्तु को खाने का आपका बिलकुल भी मन ही नहीं करेगा, पर ऐसी चीजे जो आपको बेहद पसंद थी उसमे भी आपको खाने की रुचि कम हो सकती है।

Conclusion

मंत्र सिद्ध होने के लक्षण है ये हर साधक को जीवन में कभी ना कभी अनुभव हो सकता है। मंत्र को इच्छा पूर्ति का साधन नहीं बनाना चाहिए क्योंकि जिनका पूर्ण समर्पण भाव नहि होता ऐसे साधक आध्यात्मिक के उच्च शिखर तक नहि पहुंच पाते वे थोड़े ही सफल होते और आगे उनकी सफलता पर कुदरत विराम लगा देती है। इसलिए मंत्र सिद्धि करने के लिए जो भी मंत्र जाप करें वह निश्चल और पवित्र भावना से ही करे।

आपको मेरी यह सच्ची जानकारी जो कि कोई महानुभाव ने शायद ही share की होगी और यह सब मेरा खुद का आध्यात्मिक अनुभव है आपको कैसे लगा जरुर comments करके बताइए।

🙏🙏🙏🙏🙏धन्यवाद

हरे कृष्ण राधे कृष्ण

ॐ नमः शिवाय

Social Motives Behaviour Psychological मनोविज्ञान के कुछ दिलचस्प रोचक तथ्य Manovigyan ke kuch Dilchasp R ochak Tathya

मनोविज्ञान के कुछ दिलचस्प रोचक तथ्य आपको बताने जा रही हूं जो आपको निश्चित ही पसंद आयेंगे और इसे अपने जीवन में अवतरित करने की कोशिश भी कर सकते हैं।

इसमें आप जानेंगे की

1 Reastaurant में waiter के साथ किस तरह बरताव करने वाले लोगों का स्वभाव कैसे होते है

2 विचारों के कारण अनिद्रा से बाहर कैसे निकला जाए

3 अकेले रहना कितने समय के लिए रहना अच्छा है

4 हमारे कपड़े पहनने से कपड़ो का और रंग का जीवन की सफलता को किस तरह प्रभावित करता है।

5 क्यों खूबसूरत लड़कियां साधारण से दिखने वाले लड़के की ओर आकर्षित होती हैं

6 कोई आपको ignore कर रहा है तो क्या कर सकते है जो मुश्किल को आसान कर दे

1 Restaurant मे waiter के साथ किस तरह बर्ताव करने वाले लोगों का स्वभाव कैसे होता है

कोई भी व्यक्ति जिस तरह कोई भी restaurant में जाकर waiter से behaviour करता है इससे उसके स्वभाव और मानसिकता का पता चलता है।

  1. यदि कोई व्यक्ति रोब में या चिल्लाकर बुलाता है और बात करता है इसका अर्थ है वह बहुत ही rude nature का हैं दूसरो को नीचा दिखाना खुदको श्रेष्ठ दिखाने का दिखावा करने में ऐसे लोग गर्व महसूस करते है। कही ना कही खुद के ego satisfied करने में लगे रहते है।
  2. जो व्यक्ति restaurant में बैठकर खाने में माहोल में दूसरे लोगो में होटल मे यानी हर बात में कुछ ना कुछ नुक्स निकलते ही जा रहा है यहां तक कि cook manager Waiter सबको बुला बुला कर mistakes बताए जा रहा है शोर मचा कर सबके point of attraction का कारण बन रहा है इसका अर्थ है वह खुद insecure non satisfied unsuccessful हुए हैं खुदकी ही जिंदगी में जिसका frustration कही ना कही निकालने की कोशिश करते है।
  3. वही कोई इंसान खाने में कुछ problem होने के बाद भी बहुत ही शांति से waiter को बुलाकर आदरपूर्वक समझाएं order को replace या cancel करने के लिए कह दे इसका अर्थ है ऐसे लोग जीवन के हर मुसीबत का सामना करने में सक्षम है मन शांत रखकर जीवन का अहम से अहम फैसला कर कोई भी जटिल समस्या से खुदको बाहर निकाल लेते हैं।
  4. वहीं किसी की आदत होती हैं restaurant में order देकर खुदकी choice का खाना मंगवाने के बावजूद खाने को गर्म या ठंडा बेस्वाद कह कह कर खाते भी जायेंगे खाते हुए बुराई भी करने से चूकेंगे भी नही साथ मे बैठे सभी लोगों का भी मूड बिगाड़ देते है ऐसे लोग। ऐसे लोग भरोसेमंद बिलकुल नहीं होती हैं दोगले स्वभाव के लोग अंदर से कुछ होते हैं और बाहर से खुदको और कुछ दिखाने का दिखावा करते है इसी दोगलेपन में खुदी फसकर लोगों के हसी का पात्र भी बन जाते है भरी महफिल में।

विचारों के कारण अनिद्रा से कैसे मुक्ति पाई जा सकती हैं

यदि रात्रि को आपको विचार अधिक तंग कर रहे हैं आपको नींद नहीं आ रही हैं तो उठिए फिर क्या सोच रहे हो । एक white plain paper लीजिए उसपर black ya blue pen से अपने विचारो को लिखना शुरू कर दीजिए। अब आपको उसे जलाकर राख करना है फिर आपको toilet में फ्लश करना है। हां इसका दूसरा उपाय सुनिए उस पेपर के बहुत छोटे छोटे टुकड़े फाडिए जितने छोटे टुकड़े कर सकते फिर खिड़की की तरफ मूंह करके खड़े हो जाइए । एक हथेली पर उन पेपर के छोटे टुकड़े को रखिए और खिड़की से बाहर मूंह करते हुए जोर से फुक मारिए इतने जोर से फुक मारे की वह टुकड़े खिड़की से बाहर दूर दूर तक हवा में उड़ कर आंखो से ओझल हो जाए। ये प्रक्रिया दिन के बदले रात को करेंगे तो ये आपके दिल को सुकून दे सकता है। रोज रात को सोने से पहले करिए जब तक आपको लगे कि बस अब मेरे दिल से सब कुछ निकल चुका है और आपको खुदको एक असीम शांति लग रही है। आपको भी चैन सुकून से भरी आनंदित नींद आ सकती हैं। यह एक मनोवैज्ञानिक चाल है जो आपके mind relaxing मे 99%मदद करता है। मनो विज्ञान का ये भी रोचक मनोवैज्ञानिक तथ्य है।

अकेले रहना कुछ देर के लिए तो अच्छा है यह खुदसे मुलाकात करने का एक अच्छा तरीका भी है। कई दिनों से मन में जमा विचारो के बोझ से चल रहा अंतर्द्वंद्व भी समाप्त कर सकता है। पर रोज या अधिक समय तक अकेला रहना जीवन का अभिशाप बन जाता है यह ठीक वैसा ही है जैसे प्रतिदिन 15 सिगरेट पीने से हानि शरीर को पहुंचती हैं। ये एक मनोवैज्ञानिक सत्य है क्योंकि इंसान जब भी किसी कारण से मानसिक पीड़ा से गुजरता है तो इसका सीधा असर शरीर पर दिखाई देता ही है।

हमारे कपड़े पहनने से और कपड़ो के रंग से हमारे जीवन की सफलता किस तरह प्रभावित हो सकती हैं

हमारेकपड़े पहनने के ढंग से पहनावे से कपड़े के रंग का हमारे मूड पर सीधा असर करता है। कपड़े के रंग से कभी कभी भाग्य और दुर्भाग्य दोनो जुड़ सकता है। कहा किस वक्त हम कौनसे कपड़े पहन कर जा रहे हैं उन कपड़ों के कारण क्या उस माहोल परिवेश में खुदको ढाल पाएंगे या fit या unfit महसूस कर रहे ये सब बातें महत्व रखती हैं। कपड़ो का कलर भी हमारे जीवन पर और मूड पर भी गहरा असर डालता है। कौनसे कलर के और कौनसे कपड़े पहनने से आपको sadnes or happiness feelings आ रही है वो सब आप notice करिए।

किसी interview exam’s competition मे जा रहे हैं उसमे यदि tight dark colour shining silk या चमकीले कपड़े हो सकता है आप को comfartable feel ना हो यदि comfartable हों तो कोई बात नहीं। पर uncomfartabe में हो सकता है आप का mood swing हो जाए अचानक से जो कार्य में सफल होना जरूरी है उसीमे mind desturbance से वह काम बिगाड़ भी सकता है। ऐसे जगह पर जहां जीवन में सफल होने का मकसद पूरा करना है वहा सुकून दे सादगी के कपड़े पहनने से और पार्टी समारोह get togetherness में भड़कीले चमकीले वस्त्र की अपनी अलग ही शान और enjoyment हैं।

Functions parties में दोस्त रिश्तेदारों से मिलना बातें करना उनकी कंपनी आपके mind को relax मन को शांति सुकून देता है । दोस्तो अब आप कहेंगे इसमें अब कपड़ो का क्या मेल ? कपड़े ऐसे समय माहोल में आपके मूड को balance करने का काम करता है। कलर कपड़े माहोल परिवेश का विशेष ध्यान रखें कपड़ो का चुनाव करते वक्त।

क्यों खूबसूरत लड़कियां साधारण दिखने वाले लड़के की ओर आकर्षित होती हैं

आमतौर पर लड़किया लडको के लुक्स से ज्यादा nature कैसा है इस बात में ज्यादातर interested रहती हैं। कोई लड़का दिखने में average सावला भी हो तो भी गोरी खूबसूरत लड़कियां ऐसे साधरण लडको को पसंद करती हैं इसके पीछे भी psycological reason हैं। इसके पीछे भी रोचक मनोवैज्ञानिक तथ्य है। लड़कियों को ऐसे लडको के साथ पूरा जीवन व्यतीत करने में सिक्योरिटी और comfartability feel होती हैं। लड़कियों ये भावना जो कुछ हद तक बिलकुल सही है कि दिखने में साधारण लड़के हर काम में smart और life मे successful होते है।

ये जीवन भर इनकी कद्र कर सकते है जीवन में एक पत्नी को जो मान सम्मान इज्जत मिलना चाहिए उसे ये लड़के बखूबी समझते हैं और पत्नी के साथ निभायेंगे भी। इनके दिल में जो चाहत और प्यार है वह आजीवन रहेगा। लड़कियों को जीवन में धन दौलत कम हो तो भी लाइफ में adjust कर सकती हैं । पर लड़कियां जीवन में कभी भी प्यार कि कमी नहीं चाहती ऐसा हो सकता है अधिकतर लड़कियों की सोच हो ऐसा ही चाहती हैं। ऐसे लडको के साथ रहने मे जीवन में कभी प्यार की कमी नहीं आयेंगी जीवन भी हंसी खुशी मिलजुल कर विश्वासपूर्वक व्यतीत हो सकता है। कोई प्रेमी युगल जोड़े को भी ध्यान से देखा होगा तो शायद आपने कभी नोटिस किया होगा मैने तो नोटिस किया है कि सुंदर लड़किया औसत लडको को ही अधिकतर पसंद करती हैं। आजकल यूट्यूब पर भी ऐसे कई प्रेमी जोड़े नजर आ सकते आपको। ऐसे प्रेम विवाह पहले मुलाकात और दोस्ती से शुरू हो कर प्रेम में परवर्तित हो जाते हैं। फिर एक दिन विवाह की चौखट भी पार कर लेते हैं। सबसे अच्छी आश्चर्यजनक बात कहती हूं आपसे इनके तलाक के मामले तो ना के बराबर ही होते हैं ऐसे प्रेम विवाह अक्सर सफल ही होते हैं। बल्कि 90%होते ही नहीं है हंसी खुशी आनंदित साथ में बिना किसी शिकायत के ये एक दूसरे को समझते है adjust भी करते है साथ में पूरा जीवन जीना प्यार मोहब्बत से इनसे सीखे।

यही मनोविज्ञान का रोचक दिलचस्प रहस्य हैं लड़कियों की एक अच्छी सोच और लडको की एक अच्छे इंसान की तभी विवाह संपन्न और सफल हो सकते है।

यदि कोई ignore कर रहा तो क्या की मुश्किल आसान कर दे

यदि कोई व्यक्ति आपसे बात नहीं करना चाहता है आपको continue ignore कर रहा है ये बात आप अच्छे से समझ भी रहे हो फिर भी आपके मन में उसके लिए space है अभी भी आपकी चाहत उससे बात करने की है। आप उससे बार बार call करके या उसके friends पहचान वालो के द्वारा कुछ न कुछ message दिए जा रहे ताकि वह आपसे किसी तरह contact करे बात करे। सबसे बड़ा प्रश्न उठता हैं ऐसा क्यों

यहां तक उसने आपका नंबर भी block कर दिया है आने जाने का रास्ता भी बदल दिया है। तो आप इतना तो समझ ही लीजिए कि वह आपसे बात नहीं करना चाहता वह आपको पूरी तरह ignore कर रहा है और क्यों का आपके पास ये जवाब होगा कि आप आपके दिल के हाथो मजबूर हैं। अब अपने दिल को समझाइए कि वह आपसे कोई रिश्ता नहीं रखना चाहता ब्रेक अप चाहता है। समझदारी इसी में आप भी उससे दूरियां बना लीजिए। जितना उसके पास जाने की या बात करने की कोशिश करेंगे उतनी ही दूरियां और बढ़ती जायेगी ऐसे समय में उसे किसी भी बात के लिए force करने से better है उसे उसका time space दे दीजिए उसे कुछ समय के लिए खुद से दूर रहकर उसे अकेले छोड़ दीजिए और सोचने दे आपके बारे में। कोई misunderstanding से मनमुटाव हुआ है यदि आप सच्चे हो तो समय रहते सब सच्चाई सामने आ सकती है । दिल दिमाग शांत होने पर सच में interested है आपसे relation रखने में तो वह स्वयं ही आपसे contact karke आपसे माफी भी मांगेगा।

यकीन मानिए ऐसा करने पर सामने वाले को कुछ space देने के बाद एवम मन का विश्वास कायम रखने के बाद आपका रिश्ता पहले से better प्यार भरा विश्वासपूर्ण सुकून आत्मविश्वास से परिपूर्ण होगा।

इस संसार में समय ही सबसे बड़ा मलहम है दिल के जख्मों को मिटाने के लिए है। जब भी हम को कोई ignore करता है वही chemical हमारे body में release होता है जब हमे शरीर पर कही चोट लगती हैं। इसलिए ये बात ध्यान रखिए यदि कोई ignore कर रहा है तो better हैं आप स्वयं उसे छोड़ दें या उसे सोचने समझने के लिए समय दे जो उचित लगे वह सोच समझकर कदम उठाए।

देवों के देव महादेव क्यों हैं सर्वोच्च जानिए / भगवान शिव को प्रसन्न करने वाले सरल उपाय पूरी होगी हर मनोकामना/Four Effectively Miraculous Mantras

भगवान शिव ही महादेव हैं। शिवजी ही सोमनाथ, महाकाल उमापति और श्रृष्टि के रचयिता हैं। संपूर्ण सृष्टि की उत्पत्ति भगवान शिव ने ही की है।

भगवान शिव ही आदि और अनंत है। वे सूक्ष्म से सूक्ष्म परमाणु मे निवास करते हैं। वे निर्गुण निराकार परब्रह्म है। उनकी भक्ति करने मात्र से जीवात्मा को मोक्ष की प्राप्ति हो जाती हैं।

जब कोई भी जीव संसार के कार्यों में संलग्न रहते हुए भी निरंतर मन ही मन “ॐ नमः शिवाय” का जप अंतरात्मा में भजने वाले भक्त शिवजी को प्रिय हैं क्योंकि वे अपनें कर्मों से मूंह ना मोड़कर कर्तव्य की इतिश्री करते हुए भगवान शिव की आराधना में भी मस्त है।

एसे भक्त जो भगवान शिव की सच्चे दिल से भक्ती श्रध्दा पूर्वक करते हैं उन्हे ही शिवजी की उपस्थिति का एहसास शीघ्र से शीघ्र महसूस हो सकता हैं।

महादेव की छवियां

शिवजी का स्वरूप

भगवान शिव एक पुरुष के रूप में प्रतिनिधित्व करते हैं। भगवान शिव का गला और चेहरा नीला दर्शाया जाता है। क्योंकि भगवान शिव ने अमृतमंथन में संपूर्ण सृष्टि की रक्षा हेतू विष को अपनें कंठ में हमेशा के लिए धारण कर लिया था। बाकी उनका शरीर सफेद हैं।

भगवान शिव हमेशा ऊर्जा से भरे होते हैं। उनके शरीर के रोम रोम में यदि भक्त की भक्ति भावना से ओतप्रोत होकर उनके ओर देखने मात्र से ही भक्त महसूस कर सकते हैं positive ऊर्जा को।

भगवान शिव को जब भक्त संपूर्णता से स्वयं को भगवान शिव को समर्पित कर लेते हैं, संपूर्ण तन मन से surrender हों जाते हैं। ऐसे भक्तो की रक्षा भगवान शिव स्वयं करते हैं।

चाहें सारा संसार विरुद्ध हों जाए तो भी कुछ भी नहीं होगा भक्त का कोई एक बाल भी नहीं हिला सकता क्योंकि भगवान शिव का सुरक्षा कवच हमेशा साथ होता है।

भगवान शिव की विशेष विशेषताएं

अग्नि और जल का अद्भुत मिलन

  1. शिवजी ने एक तरफ़ सिर पर गंगा मां को वीराजमान कर रखे हैं वहीं दूसरी ओर त्रिनेत्र भगवान शिव की तीसरी आंख में अग्नि स्थित है। दोनो ही विपरीत है दोनो ही परिस्थिति में कोई समानता नहीं।
  2. कहने का तात्पर्य यही है कि भगवान शिव हम मानव जाति को यहीं संदेश देना चाहते हैं कि दो विपरीत परिस्थितियों में भी सामान्य रहने की कोशिश की जा सकती है।
  3. मनुष्य जीवन मिला ही हैं अपनें कर्म को पुर्ण करने के लिए, जीवन में हमेशा उतार चढ़ाव आते ही रहेंगे। विपरीत परिस्थितियों में भी बिना डगमगाये भावनाओ एवम practical life दोनो को balance करते हुए stable रहना है। सही समय पर सही निर्णय, या जो भी परिस्थिति है उसमे सय्यम रखते हुए जीवन में आगे कदम बढ़ाते रहना है।
  4. गले मे कोबरा सांप का हार कोबरा सांप संसार का सबसे विषैला नाग हैं जिसके केवल डसने से उसकेे जहर से मनुष्य की मृत्यु निश्चित है। फिर भी ये भगवान शिव के शक्ति का प्रतीक है। भगवान शिव ने भी प्रेमपूर्वक इसे गले में धारण कर रखे हैं।
  5. हम मनुष्य जाति को यहीं संदेश देना चाहते हैं कि यदि जीवन में कोबरा सांप जैसे विषैले लोग भी हों तो भी जिनकी आपके जीवन में उपस्थिति के कारण जीवन जहरीला होता जा रहा है तो भी धैर्य के साथ ऐसे लोगो के साथ बिना किसी पक्षपात के समय जो universe से निश्चित हुआ है ऐसे लोगो के साथ व्यतीत कर के कर्मों के चक्र को finish कर देना ही सबसे बेहतर विकल्प है।
  6. जैसे सांप अपनी पुरानी केचुली छोड़कर नई केचुली धारण करता है । वैसे ही मनुष्य को जीवन में आए ऐसे जहरीले लोगों के साथ निश्चित समय व्यतीत कर अपने पूर्व जन्म के प्रारब्ध कर्म समझकर समाप्त कर देना उचित है ताकि आगे आने वाले जन्म में हमारे soul को एक अच्छा जन्म मिले, जो की सुनहरा और खुशियों से भरा हो सकता है।
  7. बिना किसी भय के निर्धारित लक्ष्य पुरा करे भगवान शिव गले में इतना जहरीला सांप धारण करने के बाद भी वे हमेशा गहरे ध्यान की अवस्था में रहते हैं। वह भी बिना किसी भय के तो भगवान शिव हम मानव जाति को यहीं संदेश देना चाहते हैं कि की जीवन में कितनी भी कठिनाई आए हमने जो भी लक्ष्य निर्धारित किया है उसके ओर निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए।
  8. मेहनत और विश्वास के बलबुते पर ही लक्ष्य पर विजय प्राप्त हो सकती हैं। आत्मबल कमजोर नहीं पड़ने देना चाहिए चाहें कितनी भी कठिनाई आए।
  9. भगवान शिव भी कभी भी गहरे ध्यान की अवस्था में ही रहते हैं एकदम स्थिर बिना किसी भी व्यवधान की ओर ध्यान दिए बगैर ख़ुद के ही अंतर्ध्यान में। इसी प्रकार हम मानव जीवन में आगे बढ़ ने के लिए लक्ष्य को हासिल किया जाना है ही मनुष्य का धर्म है साथ ही आत्म पवित्रता और शुद्धता बिना मालिन किए शिव आराधना के साथ।

भगवान शिव का हम हिंदुओं में परमात्मा का एक विशेष स्थान हैं हर हिंदू के हृदय और जीवन में। Space, time and dimensions इस संपूर्ण श्रृष्टि से परे हैं हमारे देवों के देव महादेव आदिशक्ति भगवान हैं।

भगवान शिव को परिभाषित करना असंभव है। वे हर जगह भी हैं । जो हैं भी नहीं भी हैं। भगवान शिव को इस सृष्टि के कार्यकर्ता, ब्रह्मांड का निर्माता, सहारक और परिवर्तनशील कर्ता माना जाता है।

वे सर्वव्यापी, सर्वशक्तिमान, सर्वविध्यमान, अपनें भक्तो पर जल्दी प्रसन्न होने वाले जो एक लोटा जल या एक बेलपत्र से भी खुश हो जाते हैं।

नमः शिवाय जपने से होने वाले मंत्रो का शुभ प्रभाव

  1. ॐ नमः शिवाय का अर्थ है मैं भगवान शिव को नमन करता हूं। भक्त की भक्ति में शुद्धता पवित्रा और विश्वास होना जरूरी है साथ ही घर पर या शिव मन्दिर मे शिवलिंग के सामने बैठकर रूद्राक्ष की माला से जाप किया जा सकता है।
  2. चलते फिरते अजपा जाप भी किया जा सकता है यथार्थ में दोनो ही फलित है। यदि 27 दिन तक नियमित रूप से जाप किया जाए तो एक तीर्थ या एक ज्योतिर्लिंग के दर्शन के बराबर फल की प्राप्ति हो सकती हैं। कुंडली में स्थित राहु दोष को भी जाप द्वारा मिटाया जा सकता है

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2. रोज शिवलिंग पर काला तिल दूध के साथ अर्पित करने से पुरानी सी पुरानी बीमारी से निजात पा सकते है व शनिदोष भी दुर हो सकता है।

ॐ नमः शिवाय का जाप करते हुए शिवलिंग पर दूध की धारा छोड़ते जाए। बाद में एक एक बेलपत्र भी चढ़ाते जाए और चढ़ाते हुए ये प्रार्थना करते जाय कि आपके सारे रोगों का शमन हों चूका है।

आपकी निरोगी काया हो चुकी है। यदि किसी ओर की health के लिए अर्पित कर रहें तो उनका नाम लेकर चढ़ाते जाए शिवलिंग पर। जल्दी ही शिवजी तक आपकी प्रार्थना पहुंचने से शिवजी वैसे भी बहुत भोले शंकर हैं भक्त के ऊपर बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। आप जल्द ही रोगमुक्त स्वस्थ हो सकते हैं।

3. यदि खाना खाने के पहले थाली को छूकर ॐ नमः शिवाय का जाप करें फिर ग्रहण किया जाए तो निश्चित ही ऐसे भोजन पर महादेव ख़ुद कृपा बरसाते हैं।

या गृहिणी खाना बनाते वक्त ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करते हुए भोजन पकाए तो संपूर्ण भोजन अमृत के समान पवित्र और खाने वाले को रोगमुक्त , प्रफुल्लित कर सकता हैं। यदि ऐसा पवित्र भोजन परिवार रोज खाएं तो भोजन तो शीघ्र पचेगा ही साथ ही positive vibration से घर में सुख शांति समृद्धि आपस में प्यार भी बना रहेगा।

4. यदि भूमि भवन वाहन लेने में दिक्कत आ रही हैं या लें ही नहीं पा रहे हैं तो या सौदा होते हुए भी कई बार cancel हो जाता है तो ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप हों सके तो रोज ही दो या पांच माला अपनें निश्चित समय निश्चित स्थान पर ही करे और खुदका आसन अलग रखना चाहिए हमेशा।

माला से मंत्र जाप पुरा होने के बाद जो भी भूमि वाहन वस्तु लेने की ईच्छा रखते हैं उसका कुछ तो लिंक जैसे प्लॉट नंबर, या गाड़ी का नाम जो भी उचित लिंक आपकी समझ आए उसको प्रार्थना मे इस तरह जोड़िए।

ये प्लॉटनंबर (जो भी है) या ये वाहन मान लीजिए suzuki या फ्लैट नंबर जो फ्लैट आपकों पसंद है लेना चाहते हैं जोड़कर कर कहिए भगवान शिव अपकी कृपा से मै ये खरीद चूका हूं आंखे बंद ही रखे प्रार्थना के बाद ये सोचे कि imagine करे वह वस्तु चाहते हो वह कृपालु शिव आपकों दे चुके हैं और भगवान शिव ऐसे अपकी ईच्छा पुरी कर देंगे। शर्त यहीं है की अपकी ईच्छा सात्विक और ईमानदारी वाली ना की किसी से जोर जबरदस्ती वाली ।

देवों के देव महादेव भगवान शिव फिर ज़रूर इच्छित फल प्रदान कर सकते हैं।

5. मंदबुद्धि बच्चे या जो बच्चो का मन पढ़ने में नहीं लगता है या बच्चों की स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए भी उस बच्चे को सात सोमवार या बच्चा जानें योग्य नहीं हैं तो उसके mummy papa कोई भी शिव मंदिर में जाए।

हर सोमवार को शिव मंदिर में दीपक मे राई के तेल में काली उड़द के तीन दाने, एक फूल वाली लौंग, एक भीमसेन कपूर का छोटा सा टुकड़ा और एक चुटकी अबीर तेल में डालकर शिवलिंग के सामने जलाए।

अपनें बच्चे के बुद्धि विकास एवम ध्यान एकाग्रता के लिए प्रार्थना करें। भगवान शिव से सच्चे दिल से की गई प्रार्थना आपकों ज़रूर फलित हो सकती हैं।

ॐनमः शिवाय रुद्राय नमः

5. कोई विशेष काम नहीं हो पा रहा है रुकावट आ रही हैं। कोई negative energy के कारण परेशानियां आ रही हैं।

आपकों लग रहा है किसी ने टोना टोटका कर रखा है। उन्नति नहीं हो पा रही है मेहनत करने के बावजूद तो शिवजी के ये विशेष मंत्र है।

रोज सात माला 27दिन तक करे। यथोचित लाभ नहीं मिल पाया आप संतुष्ट नहीं हो तो पुनः सात माला 27दीन कर सकते है। चाहें तो रोज़ आगे भी continue कर सकतें हैं। आपकों उचित फल की प्राप्ति के बाद भी। अपके संकल्प अनुसार ईच्छा पुरी हों चुकी हैं तो शिवलिंग पर दूध जल से रुद्राभिषेक ज़रूर करवाए।

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मुझे आर्थिकसमस्या हैं क्या करु?

Hreem Om namah shivay hreem

ह्रीम ॐ नमः शिवाय ह्रीम

जपिए ये सिद्ध मंत्र 🙏🖕 इस video में आर्थिक स्थिति से जूझ रहे सभी भाई बंधु के लिए सिद्ध मंत्र है जिसे आप नियमित जपेंगे तो अवश्य लाभान्वित होंगे क्योंकि इस मंत्र जप से कई लोगों की आर्थिक समस्या सुदृढ़ हुई है ।

रोज एक माला नियमपूर्वक कीजिए आस्था और श्रद्धा विश्वास के साथ जरुर आपकी financial problem solve होगी। धन अर्जित करने के भी रास्ते खुलेंगे।

आप भी आपकी आर्थिक समस्या दूर करना चाहते हो तो ये मंत्र जप जरूर करिए। ईश्वर आपकी हर मनोकामना पूर्ण करे।

https://youtube.com/shorts/xIVZxkRhXAw?feature=share

असाध्य रोग नाशक मंत्र 🙏🖕

ॐ shiv taray ॐ शिव तराय

ये मंत्र भी सिद्ध किया हुआ हैं एवम कई लोगों ने आजमाया भी हैं। कई बार सालों से इलाज कराते रहने के बावजूद रोगों से मुक्ति नहीं मिल पाती।

यह सर्वरोग नाशक मंत्र सिद्ध किया हुआ हैं। आपको भी निरंतर कोई ना कोई health issues होती रहती हैं। आए दिन बीमारी घर में लगी रहती हैं। Dr और दवाई आपके घर का रास्ता नहीं भूलते इस मंत्र जप को श्रद्धा विश्वास से करिए जरुर फलित होगा।

कई बार रोगी भी परेशान हो जाता हैं रोगो को झेलते हुए और दवाइयां खा खा कर। ऐसे ही पीड़ित लोगों ने ये मंत्र जप किए हैं और उन्हें रोगों से छुटकारा भी मिला है यदि आप को भी इसी तरह की समस्या है तो आप भी मंत्र जप नियमित करिए या रोगी खुद करने में असमर्थ है तो उनके बदले कोई और भी उनके लिए ये मंत्र जप कर सकते फिर देखिए चमत्कार रोगी कैसे कुछ ही दिनों में निरोगी हो सकता है। पहले आजमाए फिर हमसे शेयर करें आपके experience.

Conclusion

इसमें उपायों के साथ आपकी हर समस्या का समाधान बताया गया है। साथ ही देवों के देव महादेव क्यों है सर्वोच्च जानिए कारण आदिशक्ति भगवान शिव की सभी विशेषताओं को वर्णित किया गया है।

भगवन शिव ने जो कुछ भी धारण किया है उस के पीछे कुछ ना कुछ मानव जाति को संदेश दिया गया है।

Bhagwan shiv k asadhya rog nashak chamatkari mantra भगवान शिव के असाध्य रोग नाशक चमत्कारी मंत्र

भगवान शिव देवो के देव महादेव हैं। शिवजी ही सोमनाथ, महाकाल , उमापति और श्रृष्टि के रचयिता हैं भगवान शिव सूक्ष्म से सूक्ष्म सभी अणु परमाणु मे निवास करते हैं। यह सिर्फ़ जो भक्त उनकी सच्चे दिल से आराधना भक्ती श्रध्दा पूर्वक करते है। उन्हें ही यह अनुभूति हो सकती हैं और वे ही शिवजी की उपस्थिति के एहसास को महसूस कर सकतें है।

इस लेख में आप जानेंगे

1 . भागवान शिव के असाध्य रोग नाशक मंत्र एवम अन्य लोगे के अनुभव जिन्होने swahaam group से मंत्र chanting करवाई।

2. असाध्य रोग नाशक मंत्र, बीमारी क्यों होती हैं? मंत्र जाप करने से क्या होगा?

3. मंत्रोंउच्चारण करने से होने वाले benefits

4.How swahaam will help you

5. साधक के अनुभव जिन्होने मंत्र जाप करवाए

असाध्य रोग नाशक मंत्र

क्यों बीमारी होती हैं? मंत्र जाप करने से क्या होगा?

रोग या कोई भी बीमारी किसी भी मनुष्य को जो उनके chakra blockage होते according chakra होते है। कोई भी रोग लंबे समय तक रोगी के शरीर में विद्यमान रह जाता तब वह असाध्य रोग में परिवर्तित हो सकता है। सबसे पहले ये समझते रोग कैसे हों जाता या प्रवेश कर लेता है शरीर में।

सबसे पहले हम जानें अनजाने जो भी अच्छे बुरे कर्म करते हैं उनका सीधा संबंध हमारे चक्र से हैं। हम मनुष्य के शरीर में स्थित सात चक्र हमारे जीवन के सच कहूं आपसे आईना है। हम जैसे behave करते कर्म करते हमारे चक्र वैसे ही activate होते या फिर block होते हैं। यदि हमारे कर्मों का तराजू ऊपर नीचे होता inbalancing आ जाती हैं तो हमारे चक्र automatically block हों जाते हैं।

इसलिए कभी भी कर्मों के तराजू को balance रखना जरूरी है नहीं तो जो चक्र block होंगे उसी प्रकार के रोग शरीर में उत्पन्न होकर बाहर आएंगे। कभी कभी कोई व्यक्ती आदर्श, सज्जन पुण्यवान हों तो भी उन्हें कोई ना कोई रोग घेर लेते है।

। क्योंकि कहीं ना कहीं हम मनुष्य को प्रारब्ध भी भोगना पड़ता है। जटिल रोग का कारण प्रारब्ध कर्म भी हों सकतें। कोई भी रोग का निदान हम डॉक्टरी उपचार से ठीक होने का प्रयत्न करते हैं। खुद की खान पान , exercise योग व्दवारा ख़ुद को स्वस्थ रखने की भरपूर कोशिश करते के बावजूद असाध्य रोग के चपेट में आ जाते हैं।

ऐसी अवस्था में ईश्वर की आराधना भक्ति द्वारा मंत्र उच्चारण particular counting करके पहले चक्र को clean and clear किया जा सकता है। चक्र के clean होते ही हमारे चक्र balance होना शुरू हों जाते है ताकि जटिल से जटिल रोग से मुक्ती मिल सकती हैं। हम जैसे जैसे mantra chanting बढ़ाते जाते positive vibration generate होने लगते हैं और रोगी को रोग मुक्ति मे आसानी हो सकती हैं।

यदी रोगी स्वयं ये मंत्र जाप करने में सक्षम हो तो कर सकतें अन्यथा कोई उनके लिए भी कर सकते हैं। Swahaam ये हमारे spiritual group ने ये सेवा शूरू की हैं मंत्र जाप की , बीमार व्यक्ती के नाम पर मंत्र जाप प्रतिदिन नियमित रूप से किया जायेगा जिससे रोगी रोग मुक्त हो कर खुशी से जिवन व्यतीत करे।

मंत्रोच्चारण से बीमारी मे होने वाले benefits

  • यह भगवान शिव का powerful मंत्र हैं यह मंत्र अभिमंत्रित charged और दुसरे लोगों ने experienced किया है ।
  • यह effective beneficial easily chanting कर सकतें हैं यह मंत्र।
  • मंत्र की chanting जितनी ज्याद दिन प्रतिदिन करते जायेगे वैसे तुरंत ही इसका effect आप बीमार ग्रस्त व्यक्ती को बीमारी से मुक्ती पाते हुए ख़ुद देखे जाते है।
  • असाध्य रोग नाशक भगवान शिवजी का मंत्र है।
  • जिन लोगों ने ये मंत्र उच्चारण किए उन कुछ साधक ने स्वयं के अनुभव भेजे वह बता रहीं हूं।
    • असाध्य रोग नाशक मंत्र सुनिए
भगवान शिव का चमत्कारी मंत्र

साधक के अनुभव जिन्होंने मंत्र उच्चारण करवाए

  • मैं सविता सालुंके महाराष्ट्र रत्नागिरी में रहती हूं। मुझे हड्डियों में वात का problem कई सालों से था। मुझे चलना या नीचे बैठना मतलब बहुत मुश्किल काम था। धन्यवाद डॉक्टर हर्षा ताई को उनके संपर्क में आने के बाद आज मैं चल पा रही हूं स्वस्थ हूं।swahaam group ने मंत्र chanting की महीनों तक और मूझे कुछ crystal bracelet भी दिए पहनने को। मि swahaam group ची मानपसून्न आभारी आहे।केके
  • मैं स्मिता इनावरे मुझे अस्थमा का problem था सांस लेने में दिक्कत होती थीं छाती में हमेशा बलगम बना रहता था मैं कोल्हापुर में रहता हूं डॉक्टर हर्षा से मेरे एक relative ने मंत्र chanting और healing करवाई थी उनसे मुझे इनके बारे में पता चला फिर मेने भी डॉक्टर harsha से मेरी अस्थमा की problem के बारे में बात की इन्होंने मेरी सारी रिपोर्ट wattsupp पर मंगवाई। बाद में इन्होंने मेरे लिए swahaam group ने मंत्र chanting और healing दोनों की साथ ही इन्होन कुछ remedy भी बताई। कुछ दिनों के मुझे एक health related मंत्र अभिमंत्रित करके दिया जो मै रोज एक माला करता हूं। एक crystal भी दिया मुझे जो मेरे बिस्तर के नीचे हमेशा के लिए रखने के लिए कहा मैं अस्थमा पेशंट नहीं हूं अभी और बहुत खुश हूं।
  • मैं दीपक चौरसिया मुंबई में ही रहता हूं मुझे हमेशा मानसिक तनाव रहता था । Depression के कारण रात भर नींद नहीं आती थी और मेरे पेट में हमेशा गड़बड़ बनी रहती थी gas indigestion। Dr Harsha से मेने इस बारे में बात की। उन्होंने मुझे सबसे पहले मुझे healing water ready करके पीने दीया इससे मेरा mind बहुत relax हों गया। फिर मेरे लिए मंत्र chanting की कुछ दिनों तक। साथ ही मेरे office के bag में एक crystal रखने दीया साथ ही मेरे तकिए के नीचे भी रखने एक crystal जो मै रोज रात को तकिए के नीचे रखकर सोता हूं। अब मुझे tension भी कम है और मै सुकुन और चैन की नींद सोता हूं। रहा पेट की समस्या वह भी इनके swahaam group dvara healing ओर मेरे लिए मंत्र उच्चारण किया उस से बहुत कुछ ठीक हो चूका thanks to swahaam group।
  • swahaam group के कुछ crystals sample जो patients को जैसे बीमारी हों उपचार के तौर पर दिए जाते कुछ अपके साथ share कर रहीं हूं।

For details or for your solutions mail me on khandelwalharsha434@gmail.com+91 89283 87648 or wattsupp message only on this call will not receveid.

How swahaam will help you in details

  1. जैसी समस्या वैसा समाधान मेरे कहने का तात्पर्य यही है कि बीमारी के अनुसार उपचार किया जायेगा swahaam group द्वारा।
  2. बीमारी जैसी होगी तो patient के लिए उतने समय तक मंत्र जाप करना पड़ता है।
  3. छोटी बीमारी हों तो वह कम समय के जाप मे ही ठीक हों सकते हैं पर यदी जटिल बीमारी हों तो तो एसे पेशंट के लिए लंबे समय तक जाप करना पड़ सकता हैं । इसीलिए पेशंट और उनके घरवालों को धैर्य दिखाना जरुरी है।
  4. कभी किसी के लिए जरुरत हों तो medical reports भी मंगवाए जा सकते हैं patient की अवस्था की जांच के लिए। कभी उपचार शूरू करने के पहले भी उपचार बंद करने के पहले भी।
  5. Swahaam की तरफ़ से patient की healing के लिए crystal भी दिए जा सकते हैं patient के बिस्तर के नीचे रखने या कमरे में रखने या साथ मे रखने या फिर पहनने के लिए भी।
  6. Healing water भी patient को दीया जा सकता हैं अंदर से negativity निकालने और purify के लिए।
  7. जटिल रोग की अवस्था में patient के किसी घर के सदस्य को या patient ख़ुद करने योग्य या interested हों तो swahaam की ओर से एक अभिमंत्रित सिद्ध किया हुआ़ मंत्र जपने के लिए दीया जा सकता हैं।
  8. उपरोक्त सभी वस्तु सब दी जायेगी तो ये कदापि विचार ना करे की मंत्र जाप रुकेगा पेशंट के लिए particular days decide हुए वह continue मंत्र जाप होते रहेंगे और सारी वस्तुएं दी जायेगी वह पेशंट के सिर्फ़ support के लिए purification and healing के ताकि जल्द से जल्द बीमारी से जूझ रहे व्यक्ती बीमारी से छुटकारा मिल सकें।
  9. मृत्यु जो nature का natural process है उसको रोकना किसी के लिऐ असंभव है इस अवस्था तक पहुंचे हुए पीड़ितों के लिए यदी जीवन की उम्मीद की जाय तो एसे केस लेना शायद असंभव हो सकता है।

conclusion

कोई भी बीमारी का कारण chakra blockage swahaam द्वारा blockage clear करके बीमारी को दुर करने का सफलतापूर्वक हर संभव प्रयास किया जाता है और वह भगवन शिवजी के मंत्र जाप से और कृपा से सफल भी हुए हैं।

अब तक कुल मिलाकर 87patient swahaam द्वारा ठीक हुए हैं। इच्छित बंधु मेरे दिए mail id या wattsupp number सिर्फ़ message द्वारा संपर्क कर सकते हैं।call receive नहीं किया जाता है क्योंकि कोई ना कोई बंधु की सेवा हेतु मंत्रजाप निरंतर होते रहते हैं इसीलिए यहीं request हैं message ही करे ताकि हमें कोई deturbance ना हो।

ॐ नमः शिवाय

हरेकृष्ण राधे कृष्णा

धन्यवाद🙏🙏🙏🙏🙏🙏

गणपति बप्पा मोरया मंगल मूर्ति मोरया Ganapati Bappa Morya Mangal Murti Morya

गणपती बाप्पा के सभी अंगों के दर्शन जो भी भक्तजन सच्ची श्रद्धा से भक्तिभावना तन मन से आंखों से प्रेमपूर्वक करते हैं ऐसे भक्तो की सारी इच्छा बाप्पा बीना कहे ही पूर्ण कर देते हैं। जीवन में आनेवाली सारी कठिनाइयों को दूर कर देते है।

भक्तो के आत्मबल को बाप्पा इतना मज़बूत कर सकते हैं कि उनकी जीवन की मुश्किलें वे हंसते हंसते पार कर लेते हैं। ऐसे महान है हमारे बाप्पा🙏

गणपती बाप्पा के पीठ के दर्शन नहीं करना चाहिए इसके पीछे भी शास्त्रों मे कारण बताया गया है। पीठ के दर्शन से यहां तात्पर्य आपने देखा होगा कि भक्त जन परिक्रमा करते वक्त मन्दिर के पीछे जहां गणपती बाप्पा का पीठ होता हैं वहां अक्सर माथा टिकाते है और प्रार्थना करते हैं।

गणपती बाप्पा के पीठ में दरिद्रता का वास होता हैं । हम किसी से भी मिलते तो सामने मुख की ओर देखकर बात करते सामने देखकर बात करते हैं।

ज्योतिष शास्त्र में भी यह लिखा है कि कोई भी देवी देवता के पीठ के दर्शन करने से आप स्वयं के लिए दुःख दरिद्रता परेशानियों को निमंत्रण दे रहें हों।

https://youtube.com/shorts/Pi4qJl6Xr38?feature=share


गणपति बप्पा को मुख्य द्वारा पार किस तरह स्थापना करने से कैसे घर में शुभता आयेगी ये जानने के लिए ये video देखिए।

गणपतिजी भगवान शिव और माता पार्वतीजी के पुत्र हैं। मां पार्वतीजी ने स्वयं गणेशजी के रूप को रचा था। जन्म के वक्त उनका सिर सामान्य ही था परंतु भगवान शिव ने उन्हे हाथी का सिर बादमें लगाए।

आपको पता है हाथी के सिर लगाने के पीछे भी हम मानव जाति को एक संदेश है बल्कि गणपति बप्पा के हर अंग के पीछे कुछ ना कुछ संदेश है। गणपतिजी को यू ही नहीं बल बुद्धि और धन का प्रतीक माना जाता बल्कि इसके पीछे भी शास्त्रों में बताया ऐसे अनेक राज छिपे हुए हैं।

उन्हे विघ्नहर्ता भी कहा जाता हैं जिसका अर्थ है विपदाओं को दूर करने वाले इसी कारण से उन्हे पूजा या कोई भी महत्वपूर्ण कार्य शूरू करने के पहले गणपति बप्पा की पूजा की जाती हैं। ताकि कोई भी संकट, अवरोध ना आए और हर कार्य सकुशल मंगल सफलतापूर्वक संपन्न हो सके। हर भारतीय हिंदू धर्म के लोगों के मुख्य द्वार पर गणपतिजी की मूर्ति स्थापित की जाती हैं चाहें मन्दिर हो या किसी का भी घर।

सुख करता दुःख हरता ॐ जय गणपति बाप्पा मोरया मंगल मूर्ति मोरया।

गणपति बप्पा पधारो हर घर घर में

गणपति बाप्पा का प्रिय वाहन मूषक है और मोदक भी बहुत प्रिय हैं। इसके पीछे भी एक संदेश हम मानव जाति के लिए छीपा हुआ है जो हमे जीवन में दिशा निर्देश देता है कि हम कैसे अपने emotions और health को कैसे balance रखे ताकि एक स्वस्थ जीवन व्यतीत हो सकता है।

मूषक

मूषक हमे अपने negative thoughts and negative emotions पर control करने के लिए संदेश देते है। यदि हमे जीवन में किसी कारण से कोई व्यक्ती पसंद नहीं है तो हम मन ही मन उसे negative कुछ ना कुछ कुछ कहते रहते।

कभी कभी उसका बुरा हो जाए नाकामयाब हो जाए इस तरह की बददुआ भी देते और ऊपर से उससे सामान्य ही react करते हैं। पर कहीं न कहीं अनजाने में हम खुद के लिए बुरे कर्म को create कर रहें जो हमे ही भोगना ये तो निश्चित ही है।

इसीलिए हमे सबको माफ करने की प्रवृत्ति रखनी चाहिए जो हुआ उसे वहीं समाप्त कर जीवन में आगे बढ़ जानें के संकेत गणपती बाप्पा का वाहन मूषक हमे दे रहें हैं।

Negative emotions में मूषक हमे ये संदेश दे रहें हैं कि यदि कोई चीज खाने से हमारी health पर बुरा असर हो रहा है या वह खाना हमारे health के लिए suitable नहीं तो हमे ऐसा खाना ही त्याग देना बेहतर होगा।

सबसे पहले मनुष्य का होता हैं tongue control जिस मनुष्य को tongue control वह अपने emotions पर मेरा कहने का मतलब सिर्फ़ भोजन से नहीं बल्कि सारे भावनाओं पर वह काबू पा लेता है और एक संतुलित जीवन जी सकता हैं।

मोदक

गणपती बाप्पा को मोदक बहुत प्रिय हैं इसलिए प्रसाद मे अधिकतर मोदक ही चढ़ाया जाता हैं। मोदक भी दो शब्दों से बना है मोद और अक ।

मोदक का अर्थ है खुशी और अक का अर्थ है धतूरा। जीवन में सदा खुश रहने के लिए हमे पांच विकारों को हमेशा के लिए हमारे जीवन से दूर करना होगा वह हैं काम, क्रोध, मोह , लोभ और अहंकार। इन पांचों के त्यागते ही मनुष्य एक सुखी और संतुष्टि भरा जीवन यापन कर सकता है।

हर वर्ष गणपति बाप्पा को बड़े प्यार से सम्मान के साथ गाजे बाजे के साथ खुशी से गणपति बाप्पा को अपने घर में ले आते है। उनकी बड़े प्यार श्रध्दा से उनकी सेवा पूजा आरती करते हैं। उनके पसंद का भोग भी लगाते हैं। उन्हे खुशी से नाचते गाते विसर्जित भी करते है इसके पीछे यही संदेश है कि हम अपनी कमियों को दूर करने की कोशिश करे और बुराई जो हमारे अंदर छिपी हुई है उसे खत्म करे। दुश्मनी भेदभाव यदि मन में हैं उसे समय रहते जड़ से उखाड़ कर फेक देना अच्छा है। गणपत्ति बाप्पा के विसर्जन के साथ अपनी बुराईयो को भी विसर्जित कर दें। गणपत्ती बाप्पा हर घर घर में सबको धन धान्य समृद्धि से परिपूर्ण करने आते हैं और करके चले जाते है। स्थापना और विसर्जन के साथ संदेश भी छोड़ जाते हैं हर भक्त के मन में।

गणपति बप्पा तू हमेशा मेरे साथ रहे

गणपति बाप्पा के तीन हथियार है। कुल्हाड़ी, फंदा और गदा आइए इन तीन हथियारों का भी क्या अर्थ है जो हम मानव जाति को क्या संदेश देते हैं ये अभी जानते हैं।

कुल्हाड़ी व्यक्ति के अंदर छिपे हुए अहंकार को सदा के लिए काटने की ओर इंगित करती हैं।

फंदा व्यक्ती की इच्छाओं आकांक्षा को नियंत्रण में रखने के लिए इशारा करता है। कहते हैं जितनी चादर हैं उतना ही पैर पसारे कहने का तात्पर्य यह कि कि जितनी कमाई उतना ही खर्च करना। कमाई से ज्यादा खर्च करना मतलब कर्ज के बोझ तले दबना, कर्ज से ज़िंदगी बोझिल लगने लगती है।

गदा का आकार ऊपर एकदम गोलाकार और बडा होता हैं । नीचे एकदम डंडे के समान एक जैसे और लम्बा सा। कहने का मतलब भावनाओं को अपने वश में करना ना की भावनाओं के अधीन या वश में होना। मन में संतोष महसूस करना और भावनाओं को सही दिशा देना ताकि जीवन व्यवस्थित सुकून शांति से जीवन व्यतीत कर सके।

गणपति बाप्पा की हर वस्तु कुछ ना कुछ हमे संदेश देती हैं और जीवन को मार्गदर्शन दिखाते हैं। हर भक्त के रोम रोम से यही निकलता है और आत्मिक इच्छा भी यहीं रहती की बाप्पा हमेशा तू हमारे साथ रहे और बाप्पा भी अपने भक्तो का ख्याल रखते हैं सुरक्षा कवच रहती हैं हमेशा बाप्पा की साथ मे हर वक्त भक्तो के साथ।

प्रिय गणपति बाप्पा के भक्तो को कैसे लगी जानकारी हमारे प्यारे गणपति बाप्पा मुझे ज़रूर बताएं। आप sarvamangalye kalpvriksh यन्त्र जो आपकी सारी परेशानियों को दूर करने में मदद कर सकता है उसकी सारी जानकारी आप देख सकते है।https://swahaam.co.in/2021/04/05/श्री-यंत्र।-सर्व-मांगलय/

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भगवान श्री कृष्ण के अनमोल वचन। bhagwan Shri Krishna k Anmol Vachan अमीर बनने के रास्ते भगवान श्री कृष्ण ने ये चार बताएं

धन रुपया पैसा हर युग हर मनुष्य को इसकी जरुरत है। यदि किसी के पास धन नहीं हो तो उसकी बड़ी ही दयनीय स्थिति हो सकती हैं। धन से इन्सान को अच्छा जीवन जीने मिलता है। पेट भर भोजन जीवन की सारी जरुरते धन से ही पूर्ण हो सकती हैं। वही धन की कमी से इनसान को ना भरपेट भोजन मिलता है ना ही कोई जीवन की सुख सुविधा। धन किस तरह कमाया जाए और धन कमाकर धनी कैसे बने ये सब बातें श्री कृष्ण ने महाभारत के वक्त ही अर्जुन से कह दिए थे। अमीर होने का तात्पर्य यह नही की दुसरो को दुःख दे या उसका अधिकार छीनकर अमीर बन जाए। स्वेच्छा से ईमानदारी से परोपकार की भावना के साथ अमीर कैसे बना जा सकता हैं ये भगवान श्री कृष्ण बहुत अच्छे से समझाया हैं।

श्री कृष्ण ने धनाढ्य बनने के लिए ये चार मार्ग

बताए

सत्य का मार्ग

भगवान श्री कृष्ण ने धनाढ्य बनने के लिए सबसे पहले सत्य के मार्ग पर चलने के लिए कहा है। जो भी जीवात्मा सत्य के मार्ग पर चलकर धन अर्जित करने की कोशिश करते हैं । ऐसे लोग जीवन में किसी से धोखा नहीं खा सकते क्योंकि वे खुद किसी को धोखा देने की चाहत ही नहीं रखते। यदि कोई उनको धोखा देने की कोशिश भी करते हैं तो वे खुद ही पराजित हो जाते हैं। पैसे कमाना इतना आसान कार्य भी नहीं है मार्ग में problems तो आती ही है पर ऐसे सच्चे और ईमानदार लोगों को भगवान ऐसे शक्ति देते है की वह हर मुसीबतों से खुद को सुरक्षित बाहर निकाल लेते हैं। हर समस्या का हल निकालकर आगे बढ़ भी जाते हैं।

आज का काम कल पर ना छोड़े

समय की कद्र करना और हर काम का समय होता हैं तो जो भी कार्य हैं उसे समय पर कर लिया इसका प्रतिफल मिलता है। उचित समय पर उचित कार्य के फल प्राप्ति का आनंद ही अलग होता हैं। इसीलिए समय की जो कद्र करता समय भी उसकी ज़रूर कद्र करता है। समय रहते आलस्य प्रमाद को त्यागकर मेहनत करने की क्षमता को बढ़ाने और मेहनत करने की आदत डाल लेनी चाहिए यदि सच में कोई मनुष्य जीवन में सफल होने की चाहत रखते हैं तो।

आज का काम आज ही समाप्त कर ले ऐसा करने से अगले दिन के कार्य को वक्त पर होने के लिए पहले ही preparation कर रहें हों। ऐसे ही रोज समय पर कार्य करते करते आप खुद को ही trained करके इतने prepared हो चुके होते हो की कार्य करते हुऐ पता ही नहीं चल पाता और आप आपके destination पर successfully पहुंच गए होते हो। आप success के पीछे नहीं जाते बल्कि success आपके पीछे दौड़ लगायेगी।

दिन दुखियों की सहायता करना

श्री कृष्ण भी ऐसे भक्तो के लिए दिल खोलकर धनवर्षा करते है जो पैसों के उचित इस्तमाल करना और जो दिल के भी धनी होते है। ऐसे भक्त केवल खुद के लिए नहीं सोचते बल्कि संसार में व्याप्त त्रासदी और दुख को खुद का दुख समझकर दिन दुःखी जरूरतमंदों की बेहिचक सहायता करते है। श्री कृष्ण भगवान की कृपा सदा ऐसे लोगो पर बनी रहती है। श्री कृष्ण उन्हे कभी धन की कमी महसूस नहीं होने देते। धन की वर्षा ऐसे भक्तो के जीवन में हमेशा स्थाई रूप से बनी रहती हैं। सदा दुसरो को मदद करने की भावना रखने वाले लोग खुद की सेवा का प्रचार प्रसार कभी नहीं करते। वे ऐसे सामाजिक कार्य भी गुप्त तरीके से करते हैं श्री कृष्ण भगवान ऐसे भक्तो पर भी अति प्रसन्न रहते हैं। दूसरो को दुःख दूर करने की भावना रखने वाले ऐसे pure positive soul’s को श्री कृष्ण के आशीर्वाद से जीवन में कभी दुख नहीं देख सकते।

अपने मनपसंद का कार्य करना

यदि कोई कार्य रुचिकर हो यानी आपके intersted work हो तो सफल ज़रूर हो सकता हैं। रुचिकर कार्य करने में मन भी लगा रहता और इनसान भी दिल लगाकर अधिक समय तक कार्य करते हुए ना थकता है ना ही ऊबता है। सफ़लता भी कदम चूमने लगती हैं धन अर्जित करने के मार्ग भी प्रशस्त होने लगते है। इसीलिए अधिकतर लोग जिस कार्य में निपुणता हासिल हुई हैं पसंद और योग्यतानुसार ही कार्य करना पसंद करते हैं ।

पर जरूरी नहीं जो चाहा हमेशा वह मिल ही जाए जीवन की यात्रा आगे बढ़ाने की situation में कभी कभी compramises भी करने पड़ जाते है। ऐसे समय पर जीवन के पड़ाव के मध्य में उचित समय आने मनपसंद कार्य शूरू कर सकते हो।

Conclusion श्री कृष्ण भगवान ने धन अर्जित के चार मार्ग कहे कोई भी मनुष्य इस मार्ग पर चलने से देवताओं की श्रेणी मे आ सकते है। श्री कृष्ण का आशीर्वाद प्रेमपूर्वक पा सकते है।

धन्यवाद

जय श्री कृष्णा

ॐ नमः शिवाय 🙏

श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी हे नाथ नारायण वासुदेव shri krishna Govind hare Murari Hey Naath Narayana vasudeva 🙏

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