Mood ko Kaise Theek Kare In Hindi With Emotional And Spiritual Solution मूड को फ्रेश और ठीक करने के तरीके उपाय

Mood swing होना मतलब हमारे दिल और दिमाग की आपस मे लड़ाई क्योंकि दोनो ही विपरित दिशा में चल रहे होते। दिल जो कहता वह दिमाग मानने को तैयार नहीं होता और दिमाग जो advice दे रहा है उसे दिल को स्वीकार नहीं कर पाता। अंदर ही अंदर लंबा dicussion चल रहा है पर कोई निर्णय पर ही नहीं पहुंच पाते। Mood swing की शुरुआत बाहरी किसी के आक्रमण के कारण शुरू हुआ रहता और वह आक्रमण दिल और दिमाग दोनो ही झेल ही नहीं पाते या तो सहिष्णुता की कमी है या हम किसी की बातो को और situation को ignore नहीं कर पाते। दिल और दिमाग़ मे वह सब अपने अंदर उतार लेते हैं और आंतरिक युद्ध हमारे भीतर शुरू हों जाता हमे खुद पता नहीं चल पाता तो आईए खुदको कैसे balance करके जिए वह जानने की कोशिश करेंगे।

मूड स्विंग डिसऑर्डर

अपनी इच्छानुसार कार्य नहीं होता तो भी मूड खराब हो जाता हैं या आप चाहते वैसे ही सामने वाले कोई आपका सुनकर नहीं करते तो भी मूड खराब हो जाता हैं इसका मतलब यहीं है कि कहीं ना कहीं स्वाभाव में जिद्दी पन जो आपको ही नर्वस करती है । समय के साथ बदलाव और हालात से समझौता ये आपको सोच की कशमकश में नहीं डालेंगी और मूड भी आपका खराब या स्विंग होने से बच सकता हैं।

मूड स्विंग होना भी एक नकारात्मक उर्जा ही है या ऐसे लोगों को nature एकदम से ही change हो जाता हैं व्यक्ति एकदम से निराश, उदास और चुप होकर अपनेआप एक जगह सिमट कर बैठ जानें से और भी मूड में sadness आ जाती हैं। फिर तो इसमें से निकलना और मुश्किल, कितना समय तक खुदको ही उलजलूल विचारो की कलकोठरी में कैद रहेंगे वह तो रेहनवाले को ही पता हो सकता है।

नकारात्मकता मूडी इंसान के स्वाभाव में आ जानें से उसमे दूसरो पर विश्वास करने की भावना और क्षमता दोनो को ही खत्म कर देता फिर दूसरा चाहे जितना भी positively behaviour करे मूडी व्यक्ति को उसमे भी कमियां और स्वार्थ ही नजर आएगी। क्योंकि सोच ही वैसे होगी तो जैसी नजर होगी वैसे ही नजारा दिखाई देगा।

अनहोनी घटनाओं पर और कुदरत के फैसलों पर किसी भी मनुष्य का कोई वश नहीं ये सब तो हमें हमारे कर्म अनुसार भोगना ही पड़ता हैं क्योंकि इसमें कुदरत ने हमें कोई option नहीं दिया है। या तो इसे अपने आप की मन: स्थिति को balance रखकर उस situation को face कर सकते है जिससे वह दुःख और पीड़ा का अनुभव भी कम होगा या फिर दूसरा option उस दुःख को और बढ़ाकर क्योंकि ये मूडी लोग छोटी सी पीढ़ा को भी इतना बढ़ा चढ़ा कर दिखावा करते जैसे इन के जैसा कोई दुखी है ही नहीं। अब choice आपकी है मूड स्विंग करते हुए रोते रहे या सामान्य से होकर उस वक्त की पीड़ा को काटकर समय निकाल ले।

मूड कंट्रोल कैसे करें?

Spiritual and emotional solutions

आपको जब भी लग रहा है आपका मूड स्विंग हो रहा है कोई घटना या किसी के कुछ कहने मन दुःखी होने की स्थिति में पहुंचे उससे पहले वहा से कहीं पर भी निकल जाएं या अपना मन को कहीं ऐसे जगह स्थापित करने की कोशिश कर सकते है जो आपको बहुत पसंद हैं आपको उस कार्य को करते हुए बहुत सुकून महसूस करते है जैसे कही घूमना, मनपसंद game या मूवी देखना ।

Relaxing music सुनिए जिससे आपका मन शान्त और माइंड रिलैक्स साथ मे आपको अच्छी good feelings आए क्योंकि इस तरह का music सुनने से मस्तिष्क से एक तरल पदार्थ स्त्रावित होने से relaxation feel होता है और हमारा बिगड़ा हुआ मूड कंट्रोल होने लगता हैं।

Nature के करीब जाइए हरे घास पर बैठिए, natural water fall के नीचे दोनो हाथो को फैलाकर आंखे बंद कर खड़े हो जाइए और waterfall से गिरते पानी को शरीर, चेहरे से स्पर्श करते हुए आनंद लिजिए ये भी आपको मूड कंट्रोल के मदद मिल सकती हैं।

Aroma oils to control mood swings

लैवेंडर ऑयल 3 ड्रॉप्स

sandalwood oil 3 drops

bergamot oil 2 drops

clarysage oil 2drops

neroli oil 2 drops

ये सब oils को एक bath tub में पानी भर कर मिला लिजिए और पानी के साथ अच्छे से मिलान के बाद फिर इस bath tub में बैठ जाइए। बैठने के बाद आंख बंद कर तीन चार गहरी सांस अंदर लेकर गहरी सांस बाहर छोड़िए। अब शरीर के हर हिस्से पर ध्यान लगाते जाइए सबसे पहले पैर का अंगूठा right side फिर left side का अंगूठा और ऐसा नीचे से एक एक part पर ध्यान लगाते हुए forehead तक पहुंचे। ये सब आंखे बंद कर पानी के tab बैठे हुए ही करना है। पुरा होने के बाद आप खुद feel कर सकते है शरीर का एक एक हिस्सा relax तो हुआ ही है साथ ही आपका मूड भी पूरी तरह ठीक हो चुका है। आनंदित और प्रफुल्लित मन से आपको खुशी महसूस हो सकती हैं।

Forehead के centre पर third eye chakra पर अंगूठा से प्रेस करिए और खुदको ही message भेजिए कि मैं relax हू मेरा मूड बहुत अच्छा है। मै बहुत खुश हूं और मुझे किसी से कोई शिकायत नहीं है।

Conclusions

Mood swing से हमारी जीवन अस्त व्यस्त होता है और दिनचार्य बिगड़ जाती हैं। क्यों हम किसी को भी हमारे मूड़ का रिमोट कंट्रोल दूसरे के हाथ मे थमाते है। कोई हमारा weak points को दबाता है कुछ भी कहकर और हमारा मूड स्विंग हो जाता हैं। कोई situation हमारे oppose लगती हैं तो उसे हम face करने की क्षमता नहीं रख पाते तो क्यों हम एक कठपुतली बने। Mood control कर क्यों नहीं normal Life जिए।

जय श्री कृष्ण 🙏🙏🙏🙏

ॐ नमः शिवाय 🙏🙏🙏🙏

पढ़ने के लिए धन्यवाद

खुश रहिए मस्त रहिए

dr harsha khandelwal द्वारा प्रकाशित

I am distance healer ,can heal your any problems.want to know your future'solutions send your image,tell your future related problems solution

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