
धन रुपया पैसा हर युग हर मनुष्य को इसकी जरुरत है। यदि किसी के पास धन नहीं हो तो उसकी बड़ी ही दयनीय स्थिति हो सकती हैं। धन से इन्सान को अच्छा जीवन जीने मिलता है। पेट भर भोजन जीवन की सारी जरुरते धन से ही पूर्ण हो सकती हैं। वही धन की कमी से इनसान को ना भरपेट भोजन मिलता है ना ही कोई जीवन की सुख सुविधा। धन किस तरह कमाया जाए और धन कमाकर धनी कैसे बने ये सब बातें श्री कृष्ण ने महाभारत के वक्त ही अर्जुन से कह दिए थे। अमीर होने का तात्पर्य यह नही की दुसरो को दुःख दे या उसका अधिकार छीनकर अमीर बन जाए। स्वेच्छा से ईमानदारी से परोपकार की भावना के साथ अमीर कैसे बना जा सकता हैं ये भगवान श्री कृष्ण बहुत अच्छे से समझाया हैं।
श्री कृष्ण ने धनाढ्य बनने के लिए ये चार मार्ग
बताए
सत्य का मार्ग
भगवान श्री कृष्ण ने धनाढ्य बनने के लिए सबसे पहले सत्य के मार्ग पर चलने के लिए कहा है। जो भी जीवात्मा सत्य के मार्ग पर चलकर धन अर्जित करने की कोशिश करते हैं । ऐसे लोग जीवन में किसी से धोखा नहीं खा सकते क्योंकि वे खुद किसी को धोखा देने की चाहत ही नहीं रखते। यदि कोई उनको धोखा देने की कोशिश भी करते हैं तो वे खुद ही पराजित हो जाते हैं। पैसे कमाना इतना आसान कार्य भी नहीं है मार्ग में problems तो आती ही है पर ऐसे सच्चे और ईमानदार लोगों को भगवान ऐसे शक्ति देते है की वह हर मुसीबतों से खुद को सुरक्षित बाहर निकाल लेते हैं। हर समस्या का हल निकालकर आगे बढ़ भी जाते हैं।
आज का काम कल पर ना छोड़े
समय की कद्र करना और हर काम का समय होता हैं तो जो भी कार्य हैं उसे समय पर कर लिया इसका प्रतिफल मिलता है। उचित समय पर उचित कार्य के फल प्राप्ति का आनंद ही अलग होता हैं। इसीलिए समय की जो कद्र करता समय भी उसकी ज़रूर कद्र करता है। समय रहते आलस्य प्रमाद को त्यागकर मेहनत करने की क्षमता को बढ़ाने और मेहनत करने की आदत डाल लेनी चाहिए यदि सच में कोई मनुष्य जीवन में सफल होने की चाहत रखते हैं तो।
आज का काम आज ही समाप्त कर ले ऐसा करने से अगले दिन के कार्य को वक्त पर होने के लिए पहले ही preparation कर रहें हों। ऐसे ही रोज समय पर कार्य करते करते आप खुद को ही trained करके इतने prepared हो चुके होते हो की कार्य करते हुऐ पता ही नहीं चल पाता और आप आपके destination पर successfully पहुंच गए होते हो। आप success के पीछे नहीं जाते बल्कि success आपके पीछे दौड़ लगायेगी।

दिन दुखियों की सहायता करना
श्री कृष्ण भी ऐसे भक्तो के लिए दिल खोलकर धनवर्षा करते है जो पैसों के उचित इस्तमाल करना और जो दिल के भी धनी होते है। ऐसे भक्त केवल खुद के लिए नहीं सोचते बल्कि संसार में व्याप्त त्रासदी और दुख को खुद का दुख समझकर दिन दुःखी जरूरतमंदों की बेहिचक सहायता करते है। श्री कृष्ण भगवान की कृपा सदा ऐसे लोगो पर बनी रहती है। श्री कृष्ण उन्हे कभी धन की कमी महसूस नहीं होने देते। धन की वर्षा ऐसे भक्तो के जीवन में हमेशा स्थाई रूप से बनी रहती हैं। सदा दुसरो को मदद करने की भावना रखने वाले लोग खुद की सेवा का प्रचार प्रसार कभी नहीं करते। वे ऐसे सामाजिक कार्य भी गुप्त तरीके से करते हैं श्री कृष्ण भगवान ऐसे भक्तो पर भी अति प्रसन्न रहते हैं। दूसरो को दुःख दूर करने की भावना रखने वाले ऐसे pure positive soul’s को श्री कृष्ण के आशीर्वाद से जीवन में कभी दुख नहीं देख सकते।
अपने मनपसंद का कार्य करना
यदि कोई कार्य रुचिकर हो यानी आपके intersted work हो तो सफल ज़रूर हो सकता हैं। रुचिकर कार्य करने में मन भी लगा रहता और इनसान भी दिल लगाकर अधिक समय तक कार्य करते हुए ना थकता है ना ही ऊबता है। सफ़लता भी कदम चूमने लगती हैं धन अर्जित करने के मार्ग भी प्रशस्त होने लगते है। इसीलिए अधिकतर लोग जिस कार्य में निपुणता हासिल हुई हैं पसंद और योग्यतानुसार ही कार्य करना पसंद करते हैं ।
पर जरूरी नहीं जो चाहा हमेशा वह मिल ही जाए जीवन की यात्रा आगे बढ़ाने की situation में कभी कभी compramises भी करने पड़ जाते है। ऐसे समय पर जीवन के पड़ाव के मध्य में उचित समय आने मनपसंद कार्य शूरू कर सकते हो।
Conclusion श्री कृष्ण भगवान ने धन अर्जित के चार मार्ग कहे कोई भी मनुष्य इस मार्ग पर चलने से देवताओं की श्रेणी मे आ सकते है। श्री कृष्ण का आशीर्वाद प्रेमपूर्वक पा सकते है।
धन्यवाद
जय श्री कृष्णा
ॐ नमः शिवाय 🙏
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी हे नाथ नारायण वासुदेव shri krishna Govind hare Murari Hey Naath Narayana vasudeva 🙏